AIIMS डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने लगावाई कोरोना वैक्सीन, बताईं ये बातें
सेहतराग टीम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देशभर में कोरोना (COVID-19 Vaccine) वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया। आज एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने लाइव टीवी पर कैमरों के सामने वैक्सीन लगवाई। दरअसल वैक्सीन को लेकर लोगों के मन कई आशंकाएं हैं, इसी को दूर करने के लिए एम्स डायरेक्ट डॉ. रणदीप गुलेरिया ने खुद भी कोरोना वैक्सीन लगवाई।
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आपको बता दें कि डॉक्टर गुलेरिया देश में कोरोना टास्क फोर्स के भी प्रमुख हैं। वो पिछले एक साल से लगातार देश भर में डॉक्टरों से सलाह मशविरा करने के लिए दौरा करते रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी से कैसे लड़ा जाए इसको लेकर डॉक्टर गुलेरिया सरकार और डॉक्टरों को लगातार सलाह देते रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया की मौजूदगी में एम्स में कोरोना वायरस का वैक्सीनेशन शुरू हुआ। इन दोनों की मौजूदगी में एम्स में एक सफाई कर्मचारी नाम मनीष कुमार को कोरोना वायरस का पहला टीका लगाया गया। सबने इस ऐतिहासिक मौके पर ताली बजाकर स्वागत किया। इसके बाद एम्स डायरेक्ट डॉ. रणदीप गुलेरिया ने खुद भी कोरोना वैक्सीन लगवाई।
एम्स डायरेक्टर ने कहा कि मैं सभी को आश्वस्त करना चाहूंगा कि वैक्सीन सुरक्षित है। यह कारगर है। हमें बहुत बड़ी संख्या में लोगों को वैक्सीन लगानी है इसलिए हम शुरू में बहुत चुनिंदा नहीं हो सकते। हमें अपने शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और नियामक संस्थाओं पर भरोसा करना होगा। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि मुझे आज बहुत खुशी है, वैक्सीन COVID19 के खिलाफ जंग में संजीवनी का काम करेगी। भारत ने पहले पोलियो और चेचक के खिलाफ जंग जीती है और अब भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना (COVID-19) के खिलाफ जंग जीतने के निर्णायक दौर में पहुंच चुका है।
दिल्ली कैंसर इंस्टीट्यूट में डॉक्टर को लगी पहली वैक्सीन
दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट में डॉ. प्रज्ञा शुक्ला को कोरोना की पहली वैक्सीन लगाई गई। वैक्सीन लगवाने के बाद डॉ. प्रज्ञा शुक्ला ने कहा कि मैं बिल्कुल नॉर्मल हूं, जैसे अंदर गई थी वैसे ही हूं। मुझे किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी होने के नाते मैंने पहले टीका लगवाने का फैसला किया। इससे अन्य हेल्थवर्कर्स का भी हौसला बढ़ा।
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